BEd New Rules 2025: B.Ed और D.El.Ed को लेकर NCTE ने जारी किए नए नियम!

अगर आप भी शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं और B.Ed या D.El.Ed जैसे शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। साल 2025 में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए B.Ed और D.El.Ed को लेकर नए दिशा-निर्देश (New Rules) लागू किए हैं।

इन नए नियमों का उद्देश्य देश में शिक्षक प्रशिक्षण प्रणाली को मजबूत बनाना, योग्यता आधारित शिक्षा को बढ़ावा देना, और भविष्य के शिक्षकों को व्यावहारिक रूप से सक्षम बनाना है।


B.Ed New Rules 2025: क्या हैं मुख्य बदलाव?  B.Ed कोर्स में अब दो प्रमुख इंटर्नशिप NCTE के नए नियमों के तहत अब B.Ed कोर्स के दौरान दो चरणों में इंटर्नशिप अनिवार्य कर दी गई है।

  • पहला चरण: प्रारंभिक अवलोकन
  • दूसरा चरण: पूर्णकालिक स्कूल इंटर्नशिप
    इसका उद्देश्य छात्रों को कक्षा में व्यवहारिक अनुभव देना है, ताकि वे पढ़ाने की प्रक्रिया को बेहतर तरीके से समझ सकें।

मूल्यांकन प्रणाली में बदलाव: अब B.Ed के छात्रों का मूल्यांकन केवल थ्योरी आधारित नहीं होगा।

  • प्रैक्टिकल
  • टीचिंग स्किल
  • क्लासरूम मैनेजमेंट
  • ICT उपयोग
    जैसे मानदंडों को भी मूल्यांकन में शामिल किया जाएगा।

ICT और डिजिटल शिक्षा पर फोकस: नई गाइडलाइंस के तहत B.Ed और D.El.Ed कोर्स में डिजिटल टूल्स, स्मार्ट क्लासरूम टेक्नोलॉजी, और ई-लर्निंग मॉड्यूल को शामिल किया गया है। जिससे भविष्य के शिक्षक तकनीक से अच्छी तरह प्रशिक्षित हो सकें।


D.El.Ed New Rules 2025: अब D.El.Ed कोर्स को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के अनुसार पुनर्गठित किया गया है, जिसमें

  • बाल मनोविज्ञान
  • शिक्षण की विविध पद्धतियां
  • भाषा शिक्षण
  • समावेशी शिक्षा
    को विशेष महत्व दिया गया है।

स्किल-बेस्ड लर्निंग: NCTE का फोकस अब स्किल-बेस्ड एजुकेशन पर है। D.El.Ed कोर्स में अब

  • लाइफ स्किल्स
  • कम्युनिकेशन स्किल
  • टीम वर्क
  • लीडरशिप
    जैसी क्षमताओं का विकास भी अनिवार्य कर दिया गया है।

शिक्षक बनने के इच्छुक छात्रों के लिए ये बातें जानना जरूरी: नए नियमों के अनुसार कॉलेज या यूनिवर्सिटी चुनते समय यह जरूर जांच लें कि वह NCTE से मान्यता प्राप्त (Recognized by NCTE) है या नहीं। यदि संस्थान NCTE की गाइडलाइंस को फॉलो नहीं करता, तो भविष्य में टीईटी या अन्य शिक्षक पात्रता परीक्षा में भाग लेने में दिक्कत हो सकती है। नए पाठ्यक्रम में शामिल विषयों की तैयारी करें – खासकर ICT, इंटर्नशिप रिपोर्ट, प्रोजेक्ट वर्क और असाइनमेंट्स पर फोकस करें।


बदलाव क्यों जरूरी हैं: भारत में शिक्षा प्रणाली तेजी से बदल रही है और नई पीढ़ी को पढ़ाने के लिए शिक्षकों को समय के साथ अपडेट होना जरूरी है। इसी सोच के साथ NCTE ने शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों को व्यावहारिक, तकनीकी और छात्र-केंद्रित बनाने की दिशा में यह कदम उठाया है।


शिक्षक बनना होगा ज्यादा पेशेवर और आधुनिक: NCTE द्वारा लागू किए गए B.Ed और D.El.Ed New Rules 2025 न केवल शिक्षकों की गुणवत्ता को बढ़ाएंगे बल्कि उन्हें 21वीं सदी के स्कूली माहौल के अनुरूप बनाएंगे। अगर आप भी शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं, तो इन नियमों को गंभीरता से समझें और अपने अध्ययन को उसी दिशा में आगे बढ़ाएं।

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